और सोच रहीी थी कि हर मांं अपने बच्चे के लिए सुपर माॅम होती है । और सोच रहीी थी कि हर मांं अपने बच्चे के लिए सुपर माॅम होती है ।
और मैं उनकी बेटी ज्योति रक्षा, ये थी मेरे पापा और मेरी कहानी। और मैं उनकी बेटी ज्योति रक्षा, ये थी मेरे पापा और मेरी कहानी।
जानकी के मन में अब जिज्ञासा की जगह श्रद्धा थी। जानकी के मन में अब जिज्ञासा की जगह श्रद्धा थी।
दुख निवारण करने के लिए लोग एक बाबा छोड़ दूसरे बाबा के पास चले जाते हैं। दुख निवारण करने के लिए लोग एक बाबा छोड़ दूसरे बाबा के पास चले जाते हैं।
क्योंकि संस्कारऔर समझदारी तो उसमें कूट कूट कर भरी है क्योंकि संस्कारऔर समझदारी तो उसमें कूट कूट कर भरी है
अपने माँ-पापा के चेहरे पर संतोष की मुस्कान देखकर वर्षा का चेहरा भी खिल उठा था। अपने माँ-पापा के चेहरे पर संतोष की मुस्कान देखकर वर्षा का चेहरा भी खिल उठा था।